दुनिया के लिए शिक्षा और ज्ञान का केंद्र बनेगा भारत : मोदी

 

उद्घाटन करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 

Jagran Prabhat : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बिहार के राजगीर में 455 एकड़ में 1,749 करोड़ से नवनिर्मित नालंदा यूनिवर्सिट के नए परिसर का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राचीन नालंदा  यूनिवर्सिटकी गौवरशाली भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के लिए शिक्षा और ज्ञान का केंद्र बनेगा। भारत को फिर से दुनिया के सबसे प्रमुख ज्ञान केंद्र के रूप में पहचाना मिलेगी। भारतीय छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए देश में ही सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान मिल रहे हैं। इससे मध्यम वर्ग के पैसे भी बच रहे हैं। यह तो बस एक शुरुआत है। अभी तो नालंदा यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों को विश्व के कोने-कोने तक जाना है। मोदी ने कहा कि 10 साल में शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में परिवर्तन हुए हैं। क्यूएस रैंकिंग में भारतीय शैक्षणिक संस्थानों की संख्या नौ से बढ़कर 46 और टाइम्स हायर एजुकेशन इम्पैक्ट रैंकिंग में 13 से बढ़कर 100 हो गया है। भारत में 10 वर्षों के दौरान हर हफ्ते एक विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।

 यूनिवर्सिटी का प्रवेश द्वार 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) हैं। भारतीय प्रबंधन संस्थानों (आइआइएम) की संख्या 13 से बढ़कर 21 हो गई है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) की संख्या लगभग तिगुनी बढ़कर 22 हो गई है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी लगभग दोगुनी हो गई है। 

योग व आयुर्वेद की चर्चा करते हुए कहा कि आयुर्वेद को स्वस्थ जीवन के एक स्रोत के रूप में देखा जा रहा है। सतत जीवनशैली और सतत विकास  के माडल के रूप में भारत ने सदियों तक जीकर दिखाया है। मौके पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री पवित्रा मार्ग्रेटा, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, नालंदा विवि के चांसलर डॉ. अरविंद पनगढ़िया, कुलपति डॉ. अभय कुमार सिंह मौजूद थे।

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