- पंचायती राज विभाग को राज्य कैबिनेट से मिलेगी स्वीकृति
- ग्राम कचहरी सचिव को 6 और न्याय मित्र को मिलते हैं 7 हजार रुपये
Jagran Prabhat : पंचायती राज विभाग ने ग्राम कचहरी सचिव, न्याय मित्र, तकनीकी सहायक और लेखापाल सह आईटी सहायक का मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया है। वर्तमान में ग्राम कचहरी सचिवों को 6 और न्याय मित्रों का मानदेय 7 हजार रुपये मिल रहे हैं। मानदेय में बढ़ोतरी किए जाने के बाद ग्राम कचरी सचिवों का 12 और न्याय मित्रों को 14 हजार रुपये मिलेंगे।
पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता के अनुसार, ग्राम कचहरी सचिव और न्याय मित्र का मानदेय दोगुना किया जाएगा। इसके लिए तैयारी अंतिम चरण में है। जल्द ही सभी प्रक्रिया पूरी कर मानदेय बढ़ा दिया जाएगा। साथ ही तकनीकी सहायक और लेखापाल सह आईटी सहायक के भी मानदेय में वृद्धि की जा रही है।
पंचायती राज विभाग ने विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदा कर्मियों के मानदेय भुगतान का अध्ययन कराया था। अन्य विभागों के संविदाकर्मियों की तुलना में कचहरी सचिव और न्याय मित्र का मानदेय बहुत कम है। दो से तीन माह के अंदर ग्राम कचहरी सचिव, न्याय मित्र, तकनीकी सहायक सहित अन्य संविदा कर्मियों को मानदेय बढ़ोतरी की सौगात मिलेगी। राज्य प्राधिकृत समिति और वित्त विभाग से हरी झंडी मिलते ही राज्य कैबिनेट से मंजूरी मिल जाएगी।
पंचायतों में सरपंच को सहायता देने और आवेदन सहित सभी कागजात के रेकॉर्ड रखने के लिए संविदा के आधार पर पंचायतों में 2007 में ग्राम कचहरी सचिव और न्यायिक प्रक्रिया में सलाह देने के लिए न्याय मित्र का नियोजन किया गया है। शुरुआत में 2000 और 2500 रुपये मानदेय प्रतिमाह था। जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बने तब 2016 में मानदेय में बढ़ोतरी कर 6 और 7 हजार रुपये मानदेय किया गया था। तब से अब तक मानदेय में वृद्धि नहीं की गई है।
0 Comments