बिहार के गया रेलवे स्टेशन से 50 हजार की इनामी लेडी डॉन गिरफ्तार

पताही पुलिस की गिरफ्त में इनामी महिला रीता सिंह।

  • पुलिस और एसटीएफ ने की कार्रवाई, रीता पर एक दर्जन से अधिक है केस दर्ज 
  • पूर्वी चंपारण के पताही थानांतर्गत बेतौना गांव की रहने वाली है महिला 

Jagran Prabhat : पुलिस और एसटीएफ ने मंगलवार (8 अक्टूबर) को छापेमारी कर 50 हजार की इनामी महिला रीता सिंह को गया रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। रीता सिंह प्रतिबंधित संगठन से जुड़ी है। वह पूर्वी चंपारण के पताही थाना क्षेत्र के बेतौना गांव की रहने वाली है। 

एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि रीता सिंह आर्ट ऑफ लिविंग में साध्वी के वेष में छुपकर रह रही थी। पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। डीएसपी सुबोध कुमार ने बताया कि गिरफ्तार महिला पर विभिन्न थानों में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी सहित कई मामले दर्ज हैं। महिला 11 वर्षों से फरार थी। रीता सिंह पर वर्ष 2013 में पकड़ीदयाल थाने में हत्या का प्रयास व पताही थाने में हत्या का मामला दर्ज हुआ था। वर्ष 2014 में मधुबन थाने में रंगदारी, पताही थाने में रंगदारी व लूट और वर्ष 2015 में फेनहरा थाने में लूट और रंगदारी के मामले दर्ज हैं। उसपर पताही मेंआठ मामले दर्ज हैं। 

एसपी ने बताया कि रीता सिंह पताही थाने की बेतौना पंचायत के पूर्व मुखिया जितेंद्र सिंह की पत्नी है।  वर्ष 2005 में नक्सलियों ने जितेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी। इसके बाद लोगों के सहयोग से एक संगठन बनाकर एंटी नक्सल गतिविधियां शुरू की। एसपी ने बताया कि रीता सिंह पर विभिन्न थानों में कंस्ट्रक्शन कंपनी, ईंट भट्ठा संचालक से पर्चा फेंककर, गोली चलवाकर रंगदारी मांगने, हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।  रीता सिंह बिहार, झारखंड सहित कर्नाटक की कई जेलों में जाकर बंदियों को आर्ट ऑफ लिविंग की ट्रेनिंग दे रही थीं।  पकड़ीदयाल के डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में पताही पुलिस व एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है। छापेमारी टीम में पकड़ीदयाल डीएसपी सुबोध कुमार, पताही थानाध्यक्ष कैलाश कुमार, अपर थानाध्यक्ष संजय चौधरी, एसटीएफ टीम एसओजी  व पताही पुलिस बल के जवान शामिल थे। 

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