हादसे के बाद रोज की तरह नई दिल्ली स्टेशन पर फिर उमड़ी प्रयागराज जाने वालों की भीड़

Jagran Prabhat : नई दिल्ली स्टेशन के 14 और 15 नंबर प्लेटफार्म पर मची भगदड़ में शनिवार की रात 18 लोगों की जान चली गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। मरने वालों में बिहार के भी 10 लोग हैं। लेकिन, रविवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के 14, 15 व 16 प्लेटफार्म पर फिर वैसे ही ट्रेनों में जाने के लिए मारामारी रही। ऐसा लग रहा था कि यहां कुछ हुआ ही नहीं है। प्रयागराज को जाने वाली हर ट्रेन में जगह पाने को लेकर मारामारी थी। एसी और स्लीपर क्लास की बोगियों की हालत जनरल से भी बदतर थी। जनरल और स्लीपर क्लास में तो लोग खिड़कियों से घुसने की कोशिश में लगे रहे। बच्चे, बूढ़े, महिलाएं सभी सिर पर सामान लिए इसी जद्दोजहद में थे।

रेलवे प्रशासन व रेलवे पुलिस की भीड़ प्रबंधन की हर व्यवस्था इस अगाध श्रद्धा के आगे नतमस्तक नजर आ रही थी। प्लेटफार्मों पर लोगों को नियंत्रित करने के लिए रस्सियों का सहारा लिया गया था। लोगों को सचेत किया जा रहा था। अधिक संख्या में रेलवे पुलिस के जवान तैनात थे। स्टेशन पर प्रवेश करते लोगों को बांस, बल्लियों के सहारे कतारबद्ध किया गया था, लेकिन यह व्यवस्था प्लेटफार्म पर धराशायी हो जा रही थी। बात चाहे पटना संपूर्ण क्रांति की हो या प्रयागराज को जाने वाली स्पेशल ट्रेनों की, लोग ट्रेनों पर टूट पड़ रहे थे।

रेलवे प्रशासन की बदइंतजामी से शनिवार रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 18 यात्रियों की मौत हो गई।  मरने वालों में 11 महिलाएं व चार बच्चे शामिल हैं। स्टेशन पर भीड़ बढ़ती गई लेकिन उन्हें नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। स्टेशन पर भीड़ को संभालवने के लिए रेल अधिकारी थे और न प्लेटफार्म पर पर्याप्त संख्या में आरपीएफ के जवान। भगदड़ से यात्रियों की मौत के बाद रेलवे प्रशासन की नींद टूटी और भीड़ प्रबंधन के लिए आरपीएफ, एनडीआरएफ व दिल्ली पुलिस के जवान तैनात किए गए। 

प्रयागराज स्पेशल के भ्रम में मची थी भगदड़

प्लेटफार्म नंबर 12 से शिवगंगा एक्सप्रेस रात करीब सवा आठ बजे चली गई थी और बड़ी संख्या में प्रयागराज की ओर जाने वाले यात्री रह गए थे। प्लेटफार्म नंबर 14 से मगध एक्सप्रेस गई थी। लेकिन, उसके जाने के बाद भी बड़ी संख्या में प्रयागराज की ओर जाने वाले यात्री इस प्लेटफार्म पर रह गए थे। प्लेटफार्म नंबर 14-15 से प्रयागराज एक्सप्रेस और वाराणसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस जानी थी। इसके यात्री प्लेटफार्म पर मौजूद थे और अजमेरी गेट की ओर यानी प्लेटफार्म 16 की ओर से इस प्लेटफार्म पर पहुंच रहे थे। इस बीच, उद्घोषणा हुई कि प्लेटफार्म 16 से प्रयागराज विशेष ट्रेन रवाना होगी। अधिकारियों के मुताबिक इससे यात्रियों में भ्रम पैदा हुआ और वे प्रयागराज विशेष को प्रयागराज एक्सप्रेस समझ बैठे। प्लेटफार्म 12 और 14-15 पर मौजूद बड़ी संख्या में यात्री प्लेटफार्म 16 की ओर जाने लगे। इससे 14-15 से 25 फुट चौड़े फुटओवर ब्रिज तक जाने वाली सीढ़ी पर दबाव बढ़ गया। एक दो यात्रियों के गिरने से भगदड़ मच गई। 


Post a Comment

0 Comments